Pradosh Vrat: प्रदोष व्रत, Oct 2021: अश्वनी महीने का सोम प्रदोष व्रत| तिथि, पूजा मुहूर्त एवं महत्व

अश्वनी महीने में पड़ने वाला सोम प्रदोष व्रत कब है? Som pradosh vratजानें Pradosh Vrat Oct 2021 तिथि, Date of Ashwani some vrat, पूजा मुहूर्त और महत्व के बारे में। 

सोम प्रदोष व्रत नाम क्यों पड़ा?

आपको बता दें कि हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष (krishna and shukla paksha) की त्रयोदशी तिथि (13) को प्रदोष व्रत (Som pradosh vrat) होता है। आसानी महीने का प्रदोष सोमवार को होगा इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत (som pradosh vrat 2021) है।

Pradosh Vrat Oct 2021 में कब है?

दोस्तों हिंदू कैलेंडर (Panchang 2021) के अनुसार हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत Pradosh Vrat धारण किया जाता है। हिंदू धर्म, संस्कृति और परंपरा में प्रदोष व्रत का बहुत महत्व है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अश्वनी Ashwani महीने का प्रदोष व्रत इस बार सोमवार को पड़ रहा है इसलिए यह विशेष महत्व रखने वाला व्रत है, जिसे सोम प्रदोष व्रत (som pradosh vrat) कहते हैं।

 english कैलेंडर के नजरिए से देखें तो सोम प्रदोष व्रत अक्टूबर महीने का पहला प्रदोष व्रत है।  भगवान शिव और माता पार्वती के पूजा का विधान इस व्रत में होता है।  सोम व्रत कब है? उसकी पूजा मुहूर्त,  महत्व के बारे में यह जानकारी दी जा रही है। 

प्रदोष व्रत 2021 की तारीख pradosh Vrat 2021

 हिंदी पंचांग और ज्योतिष ज्ञान astrology के अनुसार  प्रदोष व्रत  अश्वनी महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को शुरू हो रहा है। Pradosh Vrat Oct 2021 इस दिन 3 अक्टूबर रविवार को रात 10:29 से त्रयोदशी  तिथि शुरू होकर 4 अक्टूबर दिन सोमवार को रात  रात 9:05 पर समाप्त होगा।  4 अक्टूबर को  उदयातिथि Udyatithi  यानी सुबह हो रही है, इस बार प्रदोष  व्रत का  मुहूर्त महत्वपूर्ण मुहूर्त है इसलिए सोम प्रदोष व्रत 4 अक्टूबर को रखा जाएगा। उस दिन सोमवार है इसलिए प्रदोष सोम व्रत  (pradosh somvar Vrat) का महत्व बढ़ जाता है।

Pradosh Vrat त्रयोदशी तिथि का समापन अगले दिन 04 अक्टूबर दिन सोमवार को रात 09 बजकर 05 मिनट पर होना है। ऐसे में प्रदोष व्रत की उदयातिथि 04 अक्टूबर को प्रात: हो रहा है और इस दिन शिव पूजा के लिए प्रदोष मुहूर्त भी है। ऐसे में सोम प्रदोष व्रत 04 अक्टूबर को रखा जाएगा।

सोम प्रदोष 2021 पूजा मुहूर्त Som pradosh vrat
4 अक्टूबर को 2021 को पड़ने वाले सोम प्रदोष व्रत के लिए शिव पूजा का शुभ मुहूर्त है, शाम को 06 बजकर 04 मिनट से रात 08 बजकर 30 मिनट तक है। सोम प्रदोष व्रत मुहूर्त पर रखा जाएगा और पूजा पाठ के लिए इस मुहूर्त में विशेष कृपा भगवान शिव की प्राप्त होग।

सोम प्रदोष व्रत रखने वालों को ऊपर बताए गए शुभ मुहूर्त में पूजा करने का विशेष लाभ प्राप्त होगा।  सोम प्रदोष व्रत  Som pradosh Vrat 2021 रखने वालों को इस प्रदोष मुहूर्त में शिवलिंग की पूजा, बेलपत्र, गंगाजल, गाय के दूध भांग, श्वेत चंदन, मदार पुष्प उसे विधि विधान के साथ करना चाहिए। 

सोम प्रदोष व्रत का महत्व  importance of pradosh Vrat

दोस्तों सोम प्रदोष pradosh Vrat का व्रत धारण करने वाले भक्तों को शिव की कृपा प्राप्त होती है। उनके जीवन के सभी कष्ट मिट जाते हैं और सारी मनोकामना पूर्ण होती। जीवन में धन दौलत मान सम्मान की प्राप्ति होती है। 

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प्रदोष व्रत में कौन से मंत्र का उच्चारण करें?

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत में पूजा के समय निम्नलिखित मंत्रों का उच्चारण करें। 

भगवान शिव के मंत्र

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ 

ॐ नमः शिवाय। ॐ आशुतोषाय नमः।

अक्टूबर महीने 2021 में प्रदोष व्रत कब है?

अक्टूबर 2021 के महीने में प्रदोष व्रत 4 अक्टूबर को दिन सोमवार को पड़ रहा है, उस दिन सोम प्रदोष व्रत Som pradosh Vrat रखा जाएगा।

सोम प्रदोष व्रत का महत्व क्या है?

Som pradosh Vrat 2021: 4 अक्टूबर को पड़ने वाले सोम प्रदोष  व्रत रखने वाले को भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होने वाली है। उसके जीवन की सभी कठिनाइयां दूर हो जाएंगी और सुख- समृद्धि का आगमन होगा।  क्योंकि सोमवार को प्रदोष व्रत पड़ रहा है, जैसा कि आप जानते हैं कि  ज्योतिष विज्ञान (Astrology in hindi) के अनुसार सोमवार का दिन चंद्र ग्रह का माना जाता है। यदि किसी को चंद्र ग्रहण से संबंधित दोष है तो इस दिन भगवान शिवलिंग का पूजन करने से यह दोष समाप्त हो जाता है। 

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