त्राटक मेडिटेशन क्या है? लाभ और प्रकार के बारे में जानिए: Trataka meditation

trataka meditation

योग के अंतर्गत हठयोग कई तरह के होते हैं जिसमें से त्राटक मेडिटेशन trataka meditation भी है। यह कितने प्रकार के होते हैं, इसके बारे में जाने- द स्प्रिचुअल इंडिया वेबसाइट (the spiritual india) योग,  ज्ञान, दर्शन, अध्यात्म, धर्म, रहस्य इत्यादि की जानकारी आपको देता रहता है। इस तरह के ढेर सारे आर्टिकल पढ़ने के लिए हमसे जुड़े।   योग के अंतर्गत हठयोग  की लंबी परंपरा है। त्राटक मेडिटेशन एक हठयोग है। एक ऐसी तकनीक है, जिसमें किसी वस्तु को लगातार नजरों से बिना रुके देखा जाता है।

जानें त्राटक मेडिटेशन के बारे में

  • यह योग का एक प्रकार है। त्राटक मेडिटेशन Trataka Yoga का अर्थ होता है कि अपनी नजरों से लगातार किसी वस्तु को देखना। यह हठयोग का एक प्रकार है type of hath yoga).
  • हट योगा के 7 अंग होते हैं। इसी में यह अंग षटकर्म की एक क्रिया है। 
  • दृष्टि को जागृत करने की शक्ति के रूप में इस हठयोग को जाना जाता है। हठयोग में इस क्रिया का वर्णन किया गया है। त्राटक हठयोग में आंखों को आत्मा का प्रवेश द्वार माना जाता है।
  • दोस्तों, त्राटक साधना के माध्यम से आंखों की सहायता से आत्मा और मन के बीच में एक संपर्क स्थापित किया जाता है। trataka meditation  शरीर को शक्ति प्रदान करता है और शरीर की शुद्धि करने की सहायता करता है।  

 हठयोग त्राटक साधना का महत्व

दोस्तों आप जानते हैं कि आज के समय में इंसान कई तरह की बीमारियों और नकारात्मक सोच के कारण चिंतित रहता है। नकारात्मक सोच और बीमारियों में हमारी सारी ऊर्जा नष्ट हो जाती है। त्राटक साधना के द्वारा हम अपने विचारों और ऊर्जा को एक सही दिशा प्रदान करते हैं। हट योग साधना के अंतर्गत मेडिटेशन का प्राचीन (old) तरीका है।

लाभ (Benefits of Trataka Meditation in hindi)

  • त्राटक योग साधना के माध्यम से आप का कंसंट्रेशन बढ़ता है। अवसाद और चिंता दूर होती है।
  •  मन में होने वाली अशांति से छुटकारा मिलता है।
  •  त्राटक योग साधना एक साधारण मैडिटेशन के तौर पर भी किया जा सकता है, जिसका लाभ जादूई है। 
  • त्राटक साधना का लाभ सबसे बड़ा यह है कि इंसान के विचार अनावश्यक रूप से भटकता नहीं है। 
  • इस कारण से शरीर की ऊर्जा की बचत होती है, जिससे मानव चेतना सही दिशा में बची हुई एनर्जी  को खर्च करता है। 
  • तनाव मुक्त जीवन पाने के लिए त्राटक साधना आज मेडिटेशन का एक अंग है। 

त्राटक साधना का उपयोग

  • दोस्तों हठयोग का एक प्रकार त्राटक साधना आज के दौर में लाभदायक है। मन की एकाग्रता बहुत जरूरी होती है। चंचल मन किसी भी तरह का  काम करने से घबराता है।
  •  इधर-उधर की बातों में चंचल मन समय नष्ट  कर देता है। इस कारण से चंचल मन अपने लक्ष्य से भटक जाता है। ऐसी अवस्था वाले लोगों के लिए त्राटक साधना बहुत उपयोगी है। त्राटक साधना के बहुत से लाभ हैं, जिसके बारे में इस आर्टिकल में बताया जा रहा है। आप भी हठयोग hatyoga का एक माध्यम यानी त्राटक साधना आसानी से कर सकते हैं, इससे होने वाले लाभ से लाभान्वित हो सकते हैं। Benefits of trataka meditation in hindi भाषा में यहां पर आपको बताया जा रहा है। 
  • आज इंसान सबसे सर्वश्रेष्ठ जीवन जीना चाहता है। आज का आधुनिक विज्ञान भी मानता है कि योग और आयुर्वेद  में विज्ञान के छुपे हुए रहस्य हैं, जिससे जीवन को और अधिक  आसान  एवं  सर्वश्रेष्ठ बना सकते हैं। 
  • मन और चित्र के अलावा शरीर को योग और आयुर्वेद के माध्यम से ही स्वस्थ किया जा सकता है। इसलिए दुनिया योग और आयुर्वेद को अपना रही है।  त्राटक  साधना के जरिए चंचल मन वालों के लिए एकाग्रता हासिल की जा सकती है। सैनिकों और विद्यार्थियों को इस साधना की ट्रेनिंग देकर सर्वश्रेष्ठ प्रोफेशनल बनाया जाता है। 
  • साधना से आंखों की रोशनी की बढ़ती है। मन एकाग्र होता ही है और मन की शांति कई प्रकार की रोगों की मुक्ति का कारण भी बनता है। इसलिए मन का  भटकना शरीर के लिए सही नहीं होता है।
  • याददाश्त बढ़ाने के लिए और फोकस पावर को पाने के लिए त्राटक मेडिटेशन का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने एम्पलाई की क्षमता को सर्वश्रेष्ठ करने के लिए अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम में भी शामिल कर रही है।

त्राटक साधना के प्रकार KINDS OF TRATAKA MEDITATION IN HINDI

 आपको बता दें कि त्राटक साधना तीन तरह के होते हैं।  THREE TYPES OF TRATAKA SADHNA इनके बारे में संक्षिप्त जानकारी नीचे दी जा रही है।

INNER TRATAKA (इनर त्राटक)

बुद्धि के स्तर को बढ़ाने वाला इधर का INNER TRATAKA साधना है। इसे करने के लिए निम्नलिखित तरीका अपनाएं –

  •  INNER TRATAKA साधना करने के लिए  पीठ को सीधा करके बैठ जाइए।
  • आंखें कोमलता से बंद कर लीजिए।
  • इस मैडिटेशन के द्वारा अपने अंदर ध्यान करना होता है। 
  • आपको तीसरी आंख यानी कि दोनों आंखों के बीच के हिस्से पर आंख बंद करके फोकस करना होता है। मतलब की आंख बंद करके इन आंखों के बीच के हिस्से पर ध्यान फोकस करना चाहिए। पहली बार साधना करते हैं तो हल्का सा दर्द होता है जो समय के साथ दूर हो जाता है। 
  • दोस्तों इस साधना के द्वारा अपनी नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा पाते हैं और मन भी किसी काम में लगता है। 
  • जैसा कि बताया गया है कि विचारों को एकाग्र करने करने और बुद्धिमता को बढ़ाने के लिए यह योगसाधना लाभकारी होता है। 

MIDDLE TRATAKA मिडिल त्राटक

  •   इस त्राटक मेडिटेशन को खुली आंखों से किया जाता है। मोमबत्ती या किसी लैंप फ्लेम या किसी बिंदु पर बिना पलक झपकाए ध्यान केंद्रित करना होता है। त्राटक मेडिटेशन करते समय मोमबत्ती और आंखों के बीच की दूरी 22 इंच से अधिक होनी चाहिए।
  •  मेडिटेशन इस साधना को करने में आंखों में जलन होती है। यदि आंखों में  चुभन या जलन होती है तो साधना रोक देनी चाहिए। आराम मिलने पर फिर से साधना शुरू करना चाहिए। ऐसा रोजाना अभ्यास करने से आंखें साधना के लिए अभ्यस्त (आदत)  हो जाती है। इस साधना से आपकी आंखों की रोशनी बढ़ती है। स्मरण शक्ति तेज होता है, ध्यान एकाग्र होता है।
OUTER TRATAKA (आउटर त्राटक)
यह साधना थोड़ी कठिन होती है क्योंकि इस साधना में चांद सूरज या तारों को देखकर मैडिटेशन किया जाता है। दोपहर या रात के समय में यह मेडिटेशन शांत मन से किया जाता है। यह मेडिटेशन आपको ब्रह्मांड से जोड़ता है और मन में उठने वाले मानसिक विकारों को भी दूर करता है।

 त्राटक मेडिटेशन (TRATAKA MEDITATION VIDHI) कैसे किया जाता है-

इस मैडिटेशन को करने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जो शांति युक्त वातावरण वाला अंधेरा कमरा होना चाहिए। 

  • रीढ़ की हड्डी को सीधा कर कर बैठ जाइए और इनर त्राटक के लिए अपनी आंखें बंद कर लीजिए। अपनी दोनों आंखों के बीच की स्थित बिंदु पर ध्यान केंद्रित करें। ध्यान लगाए।
  •  मिडिल त्राटक  के लिए जिस वस्तु पर आप फोकस करना चाहते हैं, जैसे लैंप मोमबत्ती या कोई पॉइंट तो आपकी और वस्तु के बीच की दूरी 25 से 30 इंच होना चाहिए।
  • अपनी आंखें आरामदायक स्थिति में अनुभव करते हुए बंद कर लेना चाहिए। आंखों को बंद करते समय या इस अवस्था में आप अपनी आंखों पर जोर ना लगाएं। 10 मिनट तक पलक झपकाए लगातार ध्यान के लिए कीजिए।

इस साधना को करते समय किसी योग गुरु की सहायता अवश्य लेनी चाहिए एवं उनसे सलाह लेनी जरूरी है। आपको बता दें कि 10 मिनट से अधिक देर तक  अभ्यास न करें, अन्यथा आंखों में जलन और आंसू निकलने लगता है। आंखों को नुकसान भी पहुंच सकता है।

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